APNI BATE
(1) अगर करीब में परदे के साथ इस्तींजा (टॉइलेट)करने का नज़्म न हो और खुली जगह में इस्तींजा करने की नोबत पेश आये तो कही दूर जाकर इस्तींजा करना
(2) किसी जगह छुप कर कजा इ हाजत पूरी करो
(3) मुनासिब जगह में कजा इ हाजत पूरी करो
(4) सख्त ज़मिंन पर पेशाब करने की नोबत आये तो खोद कर नरम कार्लो
(5) मम्मनुअ चीज़ों (मसलन : रास्तों में , सायेदार जगहों में , मस्जिद की दिवारों पर ,कीड़े मकोड़े के सुराग में ,पेशाब न करो
(6) ग़ुस्ल खानों में पेशाब ना करो
(7)वुज़ू करने की जगह पर पेशाब न करो
(8) दिनी तहरीरात को लेकर बयतुल खला (टॉयलेट)न जाओ
(9) सर ढाँप कर जाये
(10) जुते चप्पल पहन कर जाओ
(11) बाये (उलटे) पैर से दाखिल हो
(12) बैतूल खला (टॉयलेट)जाने से पहले ये दुआ पड़े "अल्लाहुम्म इन्नी आउज़ुबिक मीनल खुबुसि बल खबाईस "
(13) कज़ा इ हाजत के वक़्त किब्ला की तरफ मुं और पीठ ना करें
(14) खड़े खड़े पेशाब ना करें
(15) ब वक़्ते ज़रूरत और ब क़द्रे जरुरत सतर
खोलना
(16) बाएं (उलटे)पैर पर ज़ोर देकर बेठ ना
(17) दोनों रानो खूब कुशादा करके बैठना
(18) पेशाब या पाखाना की तरफ ना देखना
(19) बगेर ज़रुरत के बैठे ना रहो
(20) बैतुल खला में ज़बान से अल्लाह का ज़िक्र ना करो
(21) किसी से बात चित न करो
(22) अगर छींक आये तो दिल में अलहंदुल्लीह कहा
(23) दाहने (सीधे)हाथ से शर्मगह को ना छुओ
(24) दाहने हाथ से इस्तींजा ना करो
(25) इस्तिब्रा यानि के पेशाब के कतरो से इत्मिनान हासिल कार्लो
(26) ढेले और पानी दोनों को इस्तिमाल करो
(27) ढेले से इस्तींजा करने की सूरत में ताक यानि के 3,5अदद इस्तिमाल करो
(28) ममनु चीज़े मसलन हड्डी और लीद से इस्तींजा ना करों
(29) पहले दाहना पैर बहार निकालो
(30) बैतूल खला से बहार निकल कर ये दुआ पढ़ें
"गुफरानक अलहंदुलिल्लाही अज़हब अन्निल अजा व आफनी"
(3१) कज़ा इ हाजत को अल्लाह का फ़ज़ल और एहसान समजना
(32) कज़ा इ हाजत के बाद मज़ीद सफाई के लिए साबुन से हाथ धो ले
HP
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